इसके ठीक विपरीत, मोदी सरकार एक मोहल्ले के दक़यानूसी अंकल की तरह बन चुकी है। नागरिक क्या खाएँगे, किस से और कब शादी करेंगे, किसे पूजेंगे, इन सब में सरकार की दख़लअंदाजी बढ़ते जा रही है। 14/n— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 18, 2021 हाल ही में सरकार ने ‘डेटा बिल’ का प्रस्ताव रखा। बिल के अनुसार सहमति की उम्र 18 वर्ष होगी। यानी के 18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को उनके डेटा के इस्तेमाल से जुड़े फ़ैसले लेने का हक़ होगा लेकिन उन्हें शादी करने का हक़ नहीं होगा? 15/n— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 18, 2021 बेटी पढ़े या नहीं, सरकार को उससे कोई मतलब नहीं है। लेकिन प्रचार में कोई कमी नहीं आनी चाहिए।सिवाय अपनी शादी के, एक 18 वर्षीय नागरिक को तमाम बड़े निर्णय लेने का क़ानूनी अधिकार है। ऐसा क्यूँ? युवाओं समग्र विकास उनकी विवाह की उम्र से ज़्यादा ज़रूरी ये है। 10/n— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 18, 2021 Post Views: 160 Share Post navigation ભરૂચના ભૂખીખાડી પુલનું સમારકામ પૂર્ણ થતા વાહનચાલકોએ અનુભવ્યો હાશકારો અંકલેશ્વરમાં એક જ દિવસમાં થયા 3 અકસ્માત:બે ના મોત ,તો 3 ગંભીર